Friday, 15 January 2016

हम तो तुमसे जोड़ के बैठे नाते दुनिआ वाले,

रूप विराट दिखा कर तुमने मन अचरज में डाले!

साईनाथ हमें फिर लौटा दो वही सहज रूप मनहारा!!

ॐ जय साईं राम, जय साईं राम आदि न अंत तुम्हारा,

तुम्हें श्रद्धा नमन हमारा!!!

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