साईं का आँगन
सज़दे भी करुँ शिकवे भी करुँ, ये भक्ति का दस्तूर नहीं....
भक्ति नाम है समर्पण का, इसमें शर्ते मंज़ूर नहीं...!!!
|| जय साइयां दी || 💐
No comments:
Post a Comment