लेख साईं ने लिख दिए अपनी कलम से।
अपना बना लिया, है किया करम ये।।
साईं जी के हाथों में इस जीवन की डोर है।
मंगते हैं दर के, ये मचाना अब शोर है।।
साईं आस एक प्रयास गगन साहनी जी का स्वागत करता है।
साईं कृपा से साईं आस एक प्रयास-05.02.2017
Shri Sai Charan Society (R)
www.shrisaicharansociety.com
www.facebook.com/shrisaicharansociety
www.shrisaicharansocietyregd.blogspot.in
साईं कृपा से साईं आस एक प्रयास-05.02.2017
Shri Sai Charan Society (R)
www.shrisaicharansociety.com
www.facebook.com/shrisaicharansociety
www.shrisaicharansocietyregd.blogspot.in
No comments:
Post a Comment