Sunday 25 December 2016

सुबह जब आँख खुले साईं आरती मैं देखुँ।
शरणागत रह कर बाबा हर पल माथा टेकूँ।।
अरदास यही माँगू संग तेरा मिल जाए।
हर कदम रहूँ तेरा, जीवन ये सँवर जाए।।
साईं आस एक प्रयास साईं शरणागत गुप्र से प्रवीण मलिक जी व शिल्पी मदान जी का स्वागत करता है।।
साईं कृपा से साईं आस एक प्रयास-05.02.2017
Shri Sai Charan Society (R)
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