Monday 17 August 2015



साई"
आँखो की चमक पलकों की शान हो तुम.. 
चेहरे की हँसी लबों की मुस्कान हो तुम.....!! 
धड़कता है दिल बस तुम्हारी आरज़ू मे...
फिर कैसे ना कहूँ साई मेरी जान हो तुम..!!
ऊँ साई राम

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