बाबा मुझे जीने की उम्मीद दोबारा दे दो
मेरी डूबती कश्ती को किनारा दे दो
मैं दर्द के साहिल पे तनहा खड़ा हूँ
फिर आके अपने प्यार का सहारा दे दो
तेरा दामन तो भरा है सितारों से
मुझे सदके में एक सितारा दे दो
मेरे दिल के आँगन में अँधेरा है बहुत
मेरी देहलीज़ को फिर अपना नज़ारा दे दो
चंद लम्हे तुझे देखने की हसरत है बाबा
मैंने कब कहा वक़्त मुझे अपना सारा दे दो
मेरी डूबती कश्ती को किनारा दे दो
मैं दर्द के साहिल पे तनहा खड़ा हूँ
फिर आके अपने प्यार का सहारा दे दो
तेरा दामन तो भरा है सितारों से
मुझे सदके में एक सितारा दे दो
मेरे दिल के आँगन में अँधेरा है बहुत
मेरी देहलीज़ को फिर अपना नज़ारा दे दो
चंद लम्हे तुझे देखने की हसरत है बाबा
मैंने कब कहा वक़्त मुझे अपना सारा दे दो
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