Thursday 10 March 2016

करम इतना तो मुझ पे, साईं जी एक बार हो जाए,
जिधर देखूं ,जहाँ देखूं, तेरा दीदार हो जाए |
मुझे दुनिया से क्या मतलब,
मुझे तुमपे भरोसा है |
जिसे साईं नवाजे,
उसका बेडा पार हो जाए ||
गदाई आप के दर की,
शहंशाहों से बढ कर हैं |
अगर ये ही गुलामी है,
तो यह हर बार हो जाए ||
ना कोई इनके जैसा है,
फ़कीर साईं तो ऐसा है |
जो साईं रंग में रंग जाए,
तो पा-किर्दार हो जाए ||
लगादी जान की बाज़ी,
जो होगा देखा जाएगा |
साईं की जीत हो जाए,
हमारी हार हो जाए ||
हरेक मज़हब को साईं ने,
मोहोबत्त ही सिखाई है |
भरोसा साईं पे करले,
तो जय जयकार जो जाय ||
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ॐ साईं राम

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